माना की तुम्हे बेहिसाब दर्द मिला है इश्क़ में
फिर से क्यों नहीं तुम खुद को आजमाते हो
शायद रह गयी हो पिछली दफा कोई भूल चूक
इस बार अपनी हर गलती को दुरुस्त करते है
चलो फिर से जीते है एक बार और इश्क़ करते है
ये भी माना की इश्क़ ही सब कुछ नहीं है यहाँ
बहुत रंगीनिया है इस दुनिया में मन लगाने को
खूब मन लगाया शराब, पैसे और शोहरत में
फिर भी कोई कोना है जो हमेशा खाली रहता है
क्यों नहीं इस कोने तो किसी की मुस्कुराहटो से
किसी की गहरी आँखों में डूबकर कर भरते है
चलो फिर से जीते है एक बार और इश्क़ करते है